बिस्मिल्लाह खान जन्मदिन: BISMILLAH KHAN BIRTHDAY
BISMILLAH KHAN |
शहनाई को हमारे
भारत में शगुन
के रूप में
मानते है और
इसकी धुन को
शुभ कार्यक्रमों में बजाया भी जाता
है। ऐसे ही
शहनाई वादक जिनकी
शहनाई की धुन
सुन कर हम
बड़े हुए आज
उनका 102 वां जन्मदिन
है। जी हां!
आज बिस्मिल्लाह खान
जी का जन्मदिन
है। आइये जानते
है कुछ उनके
जीवन के बारे
में:
- 21 मार्च 1916, डुमराव,बक्सर जिला (अभी बिहार में) में जन्मे बिस्मिल्लाह खान देश का गौरव थे। इनका जन्म का नाम क़मरुद्दीन खान था।
- इनके पिताजी पैगम्बर बक्श खान भी डुमराव पैलेस में महाराजा केशव प्रसाद सिंह के राज्य में संगीतकार थे ।
- उनके 5 पुत्री और 3 पुत्र थे साथ ही पोते पोती भी है। उनकी एक गोद ली हुई बेटी सोमा घोष भी है जो की शास्त्रीय संगीत गायक है।
- उस्ताद बिस्मिल्लाह ने बचपन से ही शहनाई वादन किया ,शहनाई और उनको एक दूसरे का प्रर्यायवाची माने जाने लगा।
- हर स्वतन्त्रा दिवस और गणतंत्र दिवस को उनके द्वारा शहनाई वादन किया जाता था, जिसका सीधा प्रसारण टी वी पर होता था (दूरदर्शन)।
- उनके कई एल्बम भी आये जिसमे उन्होंने शहनाई वादन को नयी पहचान दी।
- उनके शागिर्द में से खास एस. बल्लेश और उनके खुद के पुत्र नाज़िम हुसैन और नय्यर हुसैन थे ।
- उन्हें कई सम्मान से नवाजा गया जिसमे :
- भारत रत्न (2011)
- तलर मउसीके ईरान गणतंत्र की ओर से (1992)
- पद्म विभूषण (1980)
- पद्म भूषण (1968)
- संगीत नाटक अकादेमी अवार्ड (1956)
- तानसेन अवार्ड मध्य प्रदेश सरकार की ओर से
- तीन मैडल आल इंडिया म्यूजिक कांफ्रेंस, कोलकाता से (1937)
- बिस्मिल्लाह खान जी को डॉक्ट्रेट की उपाधि से भी नवाजा गया :
- बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी , वाराणसी
- विश्व भारती यूनिवर्सिटी , शांतिनिकेतन
- भारत सरकार के पोस्टल विभाग ने वर्ष 2008 में बिस्मिल्लाह खान के नाम से 5 रूपये का स्टाम्प भी जारी किया ।
- उस्ताद बिस्मिल्लाह खान के सम्मान में संगीत नाटक अकादमी ने वर्ष 2007 में उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार कला के क्षेत्र में युवा नौजवानो के लिए प्रदान करना शुरू किया ।
- 21 अगस्त 2006 को बिस्मिल्लाह खान ने इस दुनिया से रुक्सत ले ली। उनको सम्मान देने के लिए उनकी शहनाई को भी उनके साथ दफ़न किया । भारत सरकार ने उन्हें राजकीय सम्मान के साथ विदाई दी।
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