दर्द वही होता है जहाँ दिल होता है। आज सुबह मैंने देखा की कैसे एक कबूतर के पर पर चोट लगने से, दूसरा कबूतर रोने लगा था। घायल कबूतर के शरीर से खून टपक रहा था और साथी कबूतर उसकी मदद करने में लगे हुए थे। फिर एक दम से ख्याल आया अपने बचपन का, एक दोस्त अगर गिर जाता है तो सभी दोस्त को दुःख होता है। कोई पट्टी करता था, तो कोई उसे पानी पिलाता था। लेकिन आज क्या हो गया है हम सबको आज दुसरो को गिराने में हमे मज़ा आने लगा है। दुसरो की बढ़ती देख हमे जलन होने लगी है। क्या हमारे पास दर्द कम हो रहा है, दिलो का दर्द? हज़ार चिंता और सदमे है हमको, लेकिन उन सबको साझा करने के लिए कोई अपना नहीं है। आओ कुछ ऐसे लोग जरूर साथ करले जिनको हमारे दर्द से भी दर्द होता है। और अगर आपके पास ऐसे लोग है, तो शुक्र मनाये आप दुनिये के चुनिंदा खुशनसीबों में से एक है। आखिरी में बस इतना ही की इस दिल में एक दर्द रहने दो, जज्बात भरा एक दिल रहने दो। जाएगा आखिर में यही साथ में कुछ अपनों का साथ रहने दो।
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