श्रीदेवी: तुम यूह क्यों रूठ गयी
Actress Sridevi |
रविवार की सुबह जब हम सब उठे ही थे, तो खबर आई की चांदनी अब इस दुनिया में नहीं रही और फिर मुँह खुला, दिमाग अवाक् सा रह गया और दिल था की मान ही नहीं रहा था। हमारे बचपन में हमने उनकी बहुत फिल्मे जो देखी थी कभी तेज, कभी चुलबुली तो कभी मासूम हमारे दिल में उनकी एक अलग छवि बनी हुई थी। बड़ी बड़ी आँखों से जब वो देखती थी तो लगता था की कही दूर से कोई उजाला कर रहा हो। अपनी अदाकारी के साथ साथ निजी जीवन में भी उनको अपनी दो बेटियों के साथ देख दिल को सुकून मिलता था। हर माँ की तरह वो भी अपनी बच्चियों के साथ माँ से ऊपर एक दोस्त भी थी, कभी खबर आती थी की वो छुट्टी मना रही है तो कभी ये की बेटी से तू तू मै मै हो गयी है। इतने बड़े रुतबे के बाद भी माँ -माँ ही होती है, वो हमे हंसाती है, डांटती है तो कभी खुद हमारे साथ रोने लगती है। बस ऐसा ही रिश्ता रहा होगा हमारी हवा हवाई गर्ल और उनकी बेटियों का। उनकी बेटियां ख़ुशी और जहान्वी को ये शरारते और बचपन के दिन बहुत याद आने वाले है। भगवान आने वाले समय में उन दोनों का हौसला बनाए रखे क्योकि माँ से बढ़ कर कोई नहीं समझ सकता की बच्चे को क्या चाहिए। माँ का जाना जीवन में बहुत अखरता है और जीवन वीराना सा लगने लगता है। आशा है श्रीदेवी अपने बच्चो के साथ सदा रहे आशीर्वाद बन कर ताकि बच्चो को माँ की कमी न महसूस हो। ॐ शांति ।।
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